Thursday, 13 March 2014

तुम सब का माबूद एक अल्लाह ही है

और तुम सब का माबूद एक (अल्लाह) ही है उसके सिवाह कोई सच्चा माबूद नहीं, वह बहुत कृपालू और दयालु है।

[कुरआन, 2: 163]

मेरी जिंदगी और मौत सारी दुनिया के रब (अल्लाह) के लिए है

आप कह दीजिए कि बेशक मेरी नमाज़ और मेरी सभी इबादते और मेरी जिंदगी और मौत सारी दुनिया के रब के लिए है  
[कुरआन, 6: 162] 

अल्लाह के सिवाह कोई सच्चा माबूद नहीं

और तुम सब का माबूद एक (अल्लाह) ही है उसके सिवाह कोई सच्चा माबूद नहीं, वह बहुत कृपालू और दयालु है।  

[कुरआन, 2: 163]

अल्लाह की कुरबत (निकटता) हासिल करना

नबी (स. अ. अ.) कहा है: मेरी कुरबत (निकटता) हासिल करने के लिए मेरा बन्दा (भक्त) जो भी कार्य करता है उन में से मेरे नजदीक सब से ज्यादा पसन्दीदा बह काम है जिसे मै ने उस पर अनिवार्य किया है  

[बुखारी]

अल्लाह अर्श पर कायम है

जो रहमान है अर्श पर कायम है।

[कुरआन, 20: 5]

बिदात

नबी (स. अ. अ.) कहा है: जिस ने हमरे आझ के बिना कोई काम किया तो वह बेकार है
[मुस्लिम]

उम्मीद के साथ अल्लाह इबादात करो

... और डर व उम्मीद के साथ उसकी इबादात करो ...  

[कुरआन, 7: 56]